शिया पीजी कॉलेज में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर आयोजित हुई जागरूकता संगोष्ठी

नेवल यूनिट के तत्वावधान में हुआ आयोजन, विशेषज्ञों ने तंबाकू से दूर रहने का दिया संदेश
लखनऊ। शनिवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर शिया पीजी कॉलेज कि लॉ लाइब्रेरी में नेवल यूनिट द्वारा एक दिवसीय जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन नेवल अधिकारी सब लेफ्टिनेंट डॉ एस. नुजहत हुसैन की देखरेख में हुआ। इस अवसर पर लीगल एड क्लिनिक, विधि संकाय, शिया पी.जी. कॉलेज के निदेशक एवं एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ वहीद आलम मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे। डॉ वहीद आलम ने तंबाकू निषेध दिवस की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 1987 में तंबाकू से जुड़ी बीमारियों और मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से इस दिवस की शुरुआत की थी। पहली बार 31 मई 1988 को यह दिवस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया गया। तब से हर वर्ष यह दिन वैश्विक रूप से तंबाकू के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2025 की थीम “Unmasking the Appeal of tobacco products” (अनमास्किंग द अपील: तंबाकू और निकोटीन उत्पादों पर उद्योग की रणनीति को उजागर करना) है। इस थीम के जरिए यह संदेश देने का प्रयास किया गया है कि तंबाकू कंपनियां किस तरह अपनी वस्तुओं को आकर्षक बनाकर युवाओं को लुभाने की कोशिश करती हैं। डॉ आलम ने बताया कि ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे इंडिया 2016-17 के अनुसार, भारत में करीब 26.7 करोड़ वयस्क तंबाकू का सेवन करते हैं। तंबाकू के सेवन से कैंसर समेत कई जानलेवा बीमारियों का खतरा रहता है। उन्होंने कहा कि यह लत जितनी जल्दी लगती है, उतना ही कठिन इसे छोड़ना होता है, लेकिन अगर ठान लिया जाए तो यह मुमकिन है। उन्होंने युवाओं से तंबाकू को ना कहने की अपील की। इस अवसर पर सब लेफ्टिनेंट डॉ एस. नुजहत हुसैन ने युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील करते हुए कहा कि एक स्वस्थ और सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए जरूरी है कि नई पीढ़ी तंबाकू, शराब और अन्य नशे की आदतों से दूरी बनाए रखे। उन्होंने तंबाकू से जुड़ी बीमारियों और उनके दुष्परिणामों की विस्तृत जानकारी दी। संगोष्ठी में एनसीसी नेवल यूनिट के कैडेट्स के साथ-साथ अन्य विभागों के छात्र-छात्राएं भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सभी को तंबाकू छोड़ने और इसके खिलाफ जनजागरूकता फैलाने का संकल्प दिलाया गया।